भारत के बाहर भारत की राष्ट्रभाषा हिंदी को वैश्विक पहचान दिलाने में यदि किसी शख्स का असाधारण योगदान जुबान पर आता है , तो वह श्री अनिरुद्ध जगन्नाथ यादव जी ही थे . मारीशस के वर्तमान प्रधानमंत्री श्री प्रविंद जगन्नाथ यादव के पिता और मॉरिशस के पूर्व प्रधानमंत्री व राष्ट्रपति श्री अनिरुद्ध जगन्नाथ का विगत 3 जून 2021 को91 वर्ष की उम्र में दुखद निधन हो गया . उनके दुखद निधन से मारीशस ही नहीं अपितु भारत की भी अपूर्णनीय सांस्कृतिक व साहित्यिक क्षति हुई है .
श्री अनिरुद्ध जगन्नाथ का जन्म 29 मार्च 1930 को मॉरिशस में हुआ था . मालुम हो कि मॉरीशस के पूर्व राष्ट्रपति श्री अनिरुद्ध जगन्नाथ के पूर्वज उत्तर प्रदेश में बलिया जिले के मूल निवासी थे. बलिया जिले के रसड़ा थाना क्षेत्र का अठिलपुरा गांव उनके पुरखों का निवास स्थान माना जाता है. इस गांव के निवासियों अनुसार उनके पिता श्री विदेशी यादव और चाचा श्री झुलई यादव को अंग्रेजों ने वर्ष 1873 में गिरमिटिया मजदूर के रूप में जहाज से गन्ने की खेती के लिए मारीशस भेजा था. अभिलेखों में दर्ज दस्तावेजों के अनुसार 2 नवंबर, 1834 को भारतीय मजदूरों का पहला जत्था गन्ने की खेती के लिए कलकत्ता से एमवी एटलस जहाज पर सवार होकर मारीशस पहुंचा था. आज भी वहां हर साल 2 नवंबर को 'आप्रवासी दिवस' के रूप में मनाया जाता है. जिस स्थान पर भारतीयों का यह जत्था उतरा था वहां आज भी आप्रवासी घाट की वह सीढ़ियां स्मृति स्थल के तौर पर मौजूद हैं.
श्री अनिरुद्ध जगन्नाथ का विवाह सरोजिनी बल्लाह से 18 दिसम्बर 1957 में हुआ था और उनकी 2 संताने हैं: प्रविंद जगन्नाथ और शालिनी जगन्नाथ . श्री अनिरुद्ध जगनाथ भारत के यदुवंशी अहीर जाति से ताल्लुक रखते थे. उनके बेटे प्रविंद जगन्नाथ समाजवादी आंदोलन के नेता हैं और उनका विवाह कबिता रामदानी से हुआ है . श्री अनिरुद्ध जगन्नाथ की पुत्री शालिनी जगन्नाथ भी विवाहित हैं और उनके नाती-पौत्रों की संख्या 5 है.
भारत में श्री अनिरुद्ध जगन्नाथ को प्रथम प्रवासी भारतीय सम्मान से नवाज़ा गया था . श्री जगन्नाथ मॉरिशस में 'मूवमेंट सोशलिस्ट मिलिटेंट पार्टी' के नेता रहे. वह बतौर पहली बार 1963 में संसद के लिए चुने गए थे . इसके बाद वह 1965 में ऑल मॉरिशस हिंदू कांग्रेस के सदस्य बने. सन् 1965-66 में शिवसागर रामगुलाम की सरकार में उन्हें विकास राज्य मंत्री बनाया गया और नवम्बर 1966 में वे श्रम मंत्री बने. श्री जगन्नाथ 1970 में मूवमेंट मिलिटेंट मॉरिसिएन में शामिल हो गए और उसके पश्चात उसी दल के नेता बने. वह 1976 में हुए चुनाव में जीते और विपक्ष के नेता चुने गए. जिसके बाद वर्ष 1982 में वह भारी जीत के साथ प्रधानमंत्री चुने गए . दरअसल वह एक ऐसे वैश्विक राजनीतिज्ञ रहे जो मॉरिशस के प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति दोनों पदों पर रहे . वह वर्ष 2003 से 2012 तक देश के राष्ट्रपति थे .
श्री अनिरुद्ध जगन्नाथ का परिवार भारतवंशी था अतः मारीशस में भी उन्होंने भारतीयता का सृजन किया . मारीशस के वास्तुकार के रूप में उन्होंने भारत के साथ सदैव कुटनीतिक सम्बन्धो को वरीयता प्रदान किया . भारत ने भी उन्हें ससम्मान 'पद्म श्री' से विभूषित कर सम्मानित किया . आज मारीशस को 'मिनी इण्डिया' के रूप में भी जाना जाता है जिसका श्रेय भारतीय मूल के यदुवंशी श्री अनिरुद्ध जगन्नाथ को ही जाता है .