Tuesday, 31 December 2019

नया वर्ष और धरती की सुरछा






दुनिया के इनवायरमेंट वैज्ञानिको ने वर्ष 2030 को प्रथ्वी के बिगड़ते वातावरण को दुरुस्त करने हेतु अंतिम समय सीमा निर्धारित की है . अर्थात 2030 के बाद धरती के वातावरण को की गयी हानि फिर कभी दुरस्त नही हो सकेगी . जिसके लिए कम से कम 2010 से प्रयास किये जाने चाहिए थे . किन्तु अफ़सोस दुनिया भर में इन 10 वर्षो में कागजी खाना पूरी के सिवाय कुछ नही किया गया . 

अब 2020 आने को है और ये आने वाले 10 साल हमारे लिए अंतिम अवसर है . प्रथ्वी के वातावरण के बिगड़ने का ही दुष्प्रभाव है कि आज मौसम की चाल -ढाल बदल रही है . असहय गर्मी और असहय ठंड के कारण तमाम जीवधारियो की जान निकल रही है . विकास के नाम पर चल रहा प्राक्रतिक दोहन और वैश्विक बाजार का कचरा धरती की सत्ता को चुनौती दे रहा है .

धरती पर रहने वाले प्राणियों किसी गफलत में मत रहिये , समय रहते यदि प्रथ्वी और पर्यावरण को सुरछित नही किया गया तो सबका अंत निकट है . नए साल की खुशियों में अपनी सामाजिक और प्राक्रतिक जिम्मेदारियों को भी याद रखिये . धन्यवाद .

सभी साथियों और शुभचिंतको को नव वर्ष की हार्दिक शुभ कामनाये .

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